प्यार के मायने हर इंसान के लिए अलग अलग हो सकते है
किसी के लिए गुड़ से मीठा इश्क। किसी के लिए सिर्फ टाइमपास । किसी के लिए वेस्ट ऑफ टाइम । कुछ ऐसे मजनू भी होते है जो प्यार को फुल टाइम जोब की तरह लेते है ।
उनका खाना पीना सोना पढना सब प्यार है ।
कभी कभी तो प्यार को भगवान मान लिया जाता है । कुछ कपल्स तो ऐसे चिपक जाते है फेवीकोल की तरह ।
भगवान ना करे मगर गलती से उनका ब्रेक अप हो जाए तो मरने मारने को उतारू हो जाते है ।
प्यार के चक्कर मे लोग कभी कभी अपनी सेल्फ रेस्पेक्ट भी खो देते है।ओर कुछ लोगो की तो सेल्फ रेस्पेक्ट होती ही नही। एक तरफे प्रेमी ।सलाम है उन प्रेमीयो को जो बोलते है इस जन्म तो क्या हम सात जन्म तक तुम्हारा इंतजार कर सकते है । ओर ये सात जन्म का चक्कर समझ नही आता । दस पंद्रह बीस पचास सो दो सो जन्म तो इंतजार करो। सात तो बहुत कम है ।
कई बार तो ये प्यार एक बहुत बड़े सपोर्ट सिस्टम की काम करता है ।
इस प्यार के चक्कर मे लङकीया अपने माता-पिता की जायदाद बङे प्यार से अपने भाई के लिए छोड़ देती है।
ओर इसी प्यार के चक्कर मे ओरत ससुराल मे बङे प्यार से अपने पति की मार खाती है ओर मजे से उसके घर का सारा काम करती है ।
आदमी घंटो कङी मेहनत करने के बाद भी नही थकता क्योंकि उस के बीवी-बच्चे उस से प्यार जो करते है ।
हाल ही मे एक मूवी ट्रेलर मे एक वर्किंग वाइफ अपने हज्बेंङ को बोलती है घरवाले पैसे लेकर प्यार करते है ओर तुम पैसे देकर प्यार करते हो ।
तो अब मे आप पे छोड़ता हू की प्यार है क्या । सोचिए सोचिए ।
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Saturday, November 10, 2018
प्रेम गेम
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